Dr RL Hospital, nestled in the heart of Raigarh, Chhattisgarh, is a leading multi-specialty healthcare institution committed to delivering compassionate, patient-centered care.
Patient’s Letter
प्रणाम सर… एक बार जरूर पढियेगा….. क्यों की……
“आप है तो हम है”
सायद आप मुझे, मेरे माँ, बाबूजी को चेहरे से पहचानते होंगे ऊपर लिखी लाइन इसलिए, की बात उन दिनों की है| लगभग 45 साल पहले (सन 1975-76 ) मेरी माताजी को जोरदार लकवा लगा उनका मुँह पीछे खिसक गया था और डॉक्टर बोले की घर ले जाओ जितना टाइम भी जीये ऐ बचेगी नई, मेरा परिवार रायगढ़ से 30 किलोमीटर दूर एक गांव मे रहता था जैसे तैसे कर क़े रायगढ़ गवर्नमेंट हॉस्पिटल पहुंचे वहा पर तैनात थे आदरणीय आर. एल. अग्रवाल सर| देखते ही बोले तुरत एडमिट करो कुछ नई होगा सब ठीक हो जायेगा| मेरे बाबूजी बोले सर, ऐ बच तो जाएगी ना|
सर ने कहा कुछ नई होगा उस टाइम माँ को 3 महिने तक सर ने इलाज किया, हॉस्पिटल मे नाक से नली लगाकर जिन्दा रखा इन्ही भगवान स्वरुप सर ने बाबूजी को हिमत दिआ था की माँ बच जाएगी माँ आज कहती है की आधा होस मे मैंने भगवन को देख लिए था!
कई बार मेरी दादी को लगाता की अब बहोत हुआ नई बचेगी घर लेजाना चाहिए घर मे कम से कम मारेगी, यह बात सर तक पहुंची तो सर ने डाट कर कहा जब तक सांस चलेगी यही रहेगी और ठीक हो कर जाएगी मेरी पेशेंट है मै नहीं ले जाने दूंगा, मेरे बाबूजी ने ठाना अब जैसे हो सर की बात माननी चाहिए, वह टाइम अलग था गरीबी थी बड़ा परिवार भी था, मेरे बाबूजी उन दिनों co-ओपरेटिव बैंक मे काम करते थे जैसे तैसे सब काम निपटा क़े हॉस्पिटल मे बैठे रहते थे और सर जी क़े कारण टाइम बदला मेरी माँ ठीक होने लगे 3 महिने क़े बाद पूरा होस आया और 4 महिने बाद सर ने मेरे माँ को ठीक कर घर वापस भेजा|
यह सन 1975 की बात है और मेरा जन्म 1989 मे हुआ ऐ सारी कहानी माँ बाबूजी से सुनते सुनते मै बड़ा हुआ हूं कहानी इसलिए बोला क्योंकि माइने माँ क़े मुँह से बाबूजी क़े मुँह से जब ऐ सारी बातें सुनता तो तो रोंगटे खड़े हो जाते सब बच्चे फ़रिश्तो की कहानियाँ एंजेल, राजा रानी की कहानियाँ सुनते बड़े होते है, मै सच्चे फरिस्ते आदरणीय आर एल सर की कहानी सुनते बड़ा हुआ हूं|
आज मेरी माँ 61 साल की है आज भी सर क़े हॉस्पिटल पहुंचते ही उनसे इलाज कराते ही सारी परेशानिया दूर हो जाती है…..
अब बाबूजी हमारे बिच रहे नई तो अब मै माँ को जब भी सर जी आपके पास इलाज करने आते है तो रास्ते मे आते जाते बोलती है बस एक लाइन
की….
“आप है तो हम है “
आपको कोटि कोटि प्रणाम सर
आपके द्वार आते ही हमारे सारे परेशानियों मिट जाती है
सब का स्वास्थ्य ठीक हो जाता है
आप हमेसा स्वास्थ्य रहे और निरंतर इलाज करते रहे, ऑनलाइन ही सही!!
प्रणाम सर
– ओमप्रकाश डनसेना
Contact Info
Address:
Gaushala Road,
Police Line, Raigarh, Chhattisgarh
Mobile: +91 91796 18171
Whatsapp: +91 96300 01100
Email: drrlhospital@gmail.com